मैं सिर्फ़ एक नाम नहीं, जो उन हज़ारों नाम के बीच, खो जाए! मैं सिर्फ़ एक नाम नहीं, जो उन हज़ारों नाम के बीच, खो जाए!
पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आओगे और पूछो पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आ...
कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं चारदीवारी कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं ...
अब सब सुन रहे हैं मुझे। अब सब सुन रहे हैं मुझे।
जिन्दगी में मुझे अब ऐसे शख्स कि तलाश नहीं। जिन्दगी में मुझे अब ऐसे शख्स कि तलाश नहीं।
मैं था तो नहीं आवाज़, फिर भी कहता सुनता रहा हूँ, कभी सन्नाटे की फुसफुसाहट, कभी शोर म मैं था तो नहीं आवाज़, फिर भी कहता सुनता रहा हूँ, कभी सन्नाटे की फुसफुसाहट, ...